जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में 52 जोड़ो का दहेज मुक्त विवाह ,562 यूनिट रक्तदान, 5218 अनुयायियों ने भरे देहदान के फार्म


बेतवा भूमि न्यूज़ बैतूल 
म.प्र.सतलोक आश्रम उड़दन में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में मंगलवार से शुरू हुए महाविशाल भंडारे समागम का आज दूसरा दिन था। तीन दिनों तक चलने वाले इस महाविशाल समागम में लाखों की तादाद में भक्तगण आकर भंडारा प्रसादी ग्रहण कर रहे हैं समागम की शुरूआत अखंड पाठ की वाणी के साथ हुई। हर वर्ष संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में विशाल समागमों का आयोजन किया जाता है जिसमें पूरे विश्व को भंडारे के लिए आमंत्रित किया जाता है। इस बार संत गरीबदास जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में 19 से 21 मार्च तक महाविशाल समागम मनाया जा रहा है, जिसमें 3 दिवसीय महाविशाल भंडारा व संत गरीबदास जी महाराज जी की अमृतमय वाणी का अखंड पाठ आयोजित किया गया है, साथ ही अन्य कार्यक्रम जैसे रक्त दान शिविर, दहेज मुक्त विवाह का आयोजन 20 मार्च को किया गया। इस बार संत रामपाल जी महाराज जी के पावन सानिध्य में 52 जोड़ों का दहेज मुक्त विवाह संपन्न हुआ जो महज़ 17 मिनट में ही गुरुवाणी के माध्यम से संपन्न हुआ जिसमें किसी भी प्रकार का कोई बाहरी आडंबर देखने को नहीं मिला, वर व वधू ने साधारण कपड़े पहन रखे थे किसी भी प्रकार का कोई श्रंगार देखने को नहीं मिला साथ ही अनुयायियों द्वारा जिला चिकित्सालय बैतूल को 562 यूनिट रक्तदान किया गया व 5218 अनुयायियों द्वारा देहदान संकल्प फार्म भी भरे गए। इस 3 दिवसीय समागम में आश्रम की ओर से प्रेरणादाई प्रदर्शनी भी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी का भी भक्तों ने बढ़ चढ़कर अवलोकन किया। इस प्रदर्शनी के माध्यम से संत गरीबदास जी महाराज जी के जीवन के बारे में बताया गया कि किस प्रकार 10 वर्ष की आयु में कबीर परमात्मा उन्हें सतलोक से आकर मिले व तत्वज्ञान से परिचित करवाया, सतलोक का नजारा दिखाया और वापस धरती पर छोड़ दिया उसके बाद गरीब दास जी ने परमात्मा के ज्ञान को लोगों के बीच बताना शुरू कर दिया और एक अमर ग्रंथ साहिब की रचना की जो आज हम सभी के बीच मौजूद है। 
सतलोक आश्रम बैतूल में लाखों की तादाद में श्रद्धालु भंडारा लेने के लिए पहुँच रहे हैं। 
बताया जा रहा है कि सतलोक आश्रम बैतूल में लगभग 13 राज्यों से संगत आ रही है जिसके कारण भीड़ भाड़ में किसी को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए भी पूरी व्यवस्था की गई है।
 सेवादारों ने बताया कि पूर्ण संत के सानिध्य में आदरणीय गरीबदास जी महाराज द्वारा लिखित अमर ग्रन्थ साहिब की वाणी का श्रवण करने से मन,चित्त व आत्मा के साथ वातावरण भी शुद्ध होता है और हमारे पापो का नाश होता है। और वर्तमान में वो पूर्ण संत केवल जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी ही है जिनके सानिध्य में संत गरीब दास जी महाराज के बोध दिवस के उपलक्ष्य में पुरे विश्व को खुला निमंत्रण देकर महाविशाल भंडारे का आयोजन हुआ है। समागम से वापस घर जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति को शुद्ध देशी घी के लड्डू,जलेबी,बर्फी प्रसाद के पैकेट तथा भंडारा प्रसाद के पैकेट भी वितरित किए जा रहे है। भंडारे में आने वाले श्रद्धालु प्रशंसा करते थक नहीं रहे कि ऐसा भंडारा जहाँ लाखों की तादाद में लोग आ रहे हैं और उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो रही है, यह केवल सतलोक आश्रम में ही संभव है। और ये केवल पूर्ण परमात्मा ही करवा सकते है। इस समागम में कई जनप्रतिनिधि विधायक,सांसद,मंत्रीगण व प्रशाशन के अधिकारीगण पधारे ओर पूरे आश्रम का निरीक्षण कर प्रसाद ग्रहण किया व आश्रम की साफ सफाई को देखकर भूरी भूरी प्रशंशा की उन्होंने कहा कि इतने बड़े भंडारे में एक मक्खी भी नहीं है ये अपने आप में अद्भुत बात है। संत जी द्वारा किये जा रहे इन समाज सुधार के कार्यों  की प्रसंशा ग्रामीण लोगों और समागम में आने वाले लोगों द्वारा की जा रही है। कहीं न कहीं दुनिया आज संत रामपाल जी महाराज जी के इस परोपकारी और समाज सुधार के कार्य को दिन रात सराह रही है।