दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने एक्साइज पॉलिसी के मामले में सर्च वारंट लेकर पहुंची थी। जहां करीब 2 घंटे की पूछताछ के बाद ED की टीम ने केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, टीम के अधिकारियों द्वारा उन्हें कागज दिखाकर आवास की की तलाशी की जा रही थी।
सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद AAP नेता आतिशी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ही रहेंगे। वह इस्तीफा नहीं देंगे। अगर जेल जाएंगे को तो सरकार वहीं से चलाएंगे।
मुख्यमंत्री आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। इसके अलावा ACP रैंक के कई अधिकारी भी मौजूद थी। इस दौरान ED के अधिकारी केजरीवाल को इस मामले में जांच में शामिल होने के लिए समन भी दिया गया, जोकि ED की तरफ से केजरीवाल को 10वां समन था।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से ED के ज्वाइंट डायरेक्टर पूछताछ कर रहे हैं। केजरीवाल से प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉंड्रिंग एक्ट की धारा 50 के तहत पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा उनके आवास के बाहर बैरिकेडिंग बढ़ाई जा रही है। वहीं रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) भी केजरीवाल के आवास के बाहर तैनात की गई है।
आम आदमी पार्टी (AAP) की तरफ से कार्यकर्ताओं को सीएम आवास के बाहर पहुंचने की अपील की है। वहीं AAP की तरफ से एक बयान जारी कर कहागया कि “हर घर से निकलेगा केजरीवाल, बचाएंगे देश का संविधान।” इसके अलावा AAP की तरफ से कहा गया कि ED की कार्रवाई बीजेपी की बौखलाहट है।
सीएम केजरीवाल ने मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। वहीं उनकी मांग की जा रही है कि कोर्ट इस मामले में तुरंत सुनवाई करे। इस दौरान AAP का कहना है कि यह तानाशाही नहीं चलेगी।
दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज भी सीएम आवास पहुंचे हैं। फिलहाल उन्हें आवास के बाहर की रोक दिया गया है और उन्हें अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। हालांकि वो सरकारी आवास के बाहर जमे हुए हैं। वहीं सौरभ भारद्वाज का कहना है कि प्रवर्तन निदेशालय की टीम द्वारा अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की पूरी तैयारी है।
प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई को लेकर पंजाब सीएम भगवंत मान ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर पोस्ट शेयर किया है। इस दौरान उन्होंने ED को बीजेपी को राजनीतिक टीम बताया। साथ ही कहा कि बीजेपी अरविंद केजरीवाल की सोच को कैद नहीं कर सकती है। बीजेपी को सिर्फ आम आदमी पार्टी ही रोक सकती है।
शराब नीति के मामले में सोमवार को ED की तरफ से प्रेस रिलीज जारी कर बड़ा दावा किया गया था। इस दावे के अंतर्गत पहली बार सीएम अरविंद केजरीवाल का नाम आरोपी के. कविता के साथ जुड़ा हुआ है। वहीं ED जांच के अनुसार नई शराब नीति का लाभ लेने के लिए के. कविता ने सीएम अरविंद केजरीवाल और पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया के साथ यह साजिश रची गई थी। इसके अलावा जांच में यह भी दावा किया गया कि नई शराब नीति के व्यक्तिगत लाभ के लिए AAP नेताओं को 100 करोड़ रुपए दिए गए। साथ ही थोक विक्रेता के जरिए लगातार नेताओं को पैसे दिए गए।
सीएम अरविंद केजरीवाल को गरुवार को दिल्ली हाई कोर्ट की तरफ से तगड़ा झटका मिला था। हाई कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज करते हुए गिरफ्तारी से राहत देने इंकार कर दिया था। आपको बता दें दिल्ली शराब मामले में ED द्वारा उनसे पूछताछ के लिए समन भेजा जा रहा था। अभी तक कुल 9 समन दिया जा चुका है। वहीं केजरीवाल ने ED की पूछताछ में जाने पर गिरफ्तारी न होने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दिया था, जिसको हाई कोर्ट ने खारिज करते हुए कहा कि ED के सामने अरविंद केजरीवाल को पेश होना होगा। इसके अलावा उनकी गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं होगी।