सतलोक आश्रम बैतूल में मनाया जा रहा गरीबदास जी महाराज का 299 वें बोध दिवस
सम्पन्न हुआ 38 जोड़ों का दहेज़ मुक्त विवाह, लगाया गया विशाल रक्तदान शिविर: एक विहंगम दृश्य
सतलोक आश्रम बैतूल में उमड़ा लाखों का जन सैलाब
सतलोक आश्रम बैतूल में विश्व विख्यात तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी के पावन सानिध्य में संत गरीबदास जी महाराज जी के 299 वें बोध दिवस के उपलक्ष्य में हो रहे महाविशाल समागम में उमड़ा लाखों लोगों का जन सैलाब, समागम के दूसरे दिन आयोजित हुआ रक्तदान शिविर और सादगीपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ 38 जोड़ों का दहेज मुक्त आदर्श विवाह। बैतूल से महज 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित सतलोक आश्रम उड़दन में महा समारोह के चलते संत रामपाल जी महाराज जी के दिशा निर्देश से अनुयाईयों ने प्रस्तुत की सेवा और समर्पण की एक अनूठी मिसाल,जहां एक तरफ दहेज मुक्त रमेनियों(विवाह) का सुंदर दृश्य था वही दूसरी तरफ रक्तदान व देहदान शिविर में भी बढ़-चढ़कर अनुयायीयों ने भाग लिया व शाम तक 378 यूनिट रक्तदान बैतूल जिला अस्पताल से आई टीम को किया गया साथ ही 2713 लोगो के देहदान के संकल्प फार्म भरे गए। इस महा समागम में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए रहने खाने व भंडारा प्रसाद ग्रहण करने की उत्तम व्यवस्था ने सभी को बहुत आकर्षित किया भंडारे में शुद्ध देशी घी से निर्मित लड्डू राम, हलवा राम का प्रसाद व सब्जी, पूड़ी दाल,चावल, अचार,सलाद परोसा गया। जहां आश्रम में बैठने के लिए विशालकाय सत्संग शेड है उसके साथ ही लंबे चौड़े वॉटरप्रूफ टेंट भी लगाए गए है ताकि आने वाली संगत को किसी प्रकार की कोई असुविधा ना हो। आने वाली जनता के लिए लगाईं गई आध्यात्मिक प्रदर्शनी लोगो के बीच मुख्य चर्चा का विषय बनी जिसमे आदरणीय संत गरीबदास जी महाराज जी की लीलाओं व संत रामपाल जी महाराज जी के संघर्ष को दर्शाया गया है। समागम में सद्ग्रंथों में प्रमाण देखकर भक्ति और भगवान को चाहने वाली आत्माओं को मनुष्य जन्म के मूल उद्देश्य का पता चला और मोक्ष मार्ग जानने का अवसर मिला। समागम के दौरान संत रामपाल जी महाराज जी के अनमोल ज्ञान को सुनकर 2487 लोगो ने निशुल्क नामदीक्षा लेकर सतभक्ति मार्ग को ग्रहण किया । इस तीन दिवसीय महासमागम को जोरों शोरों से मनाया जा रहा है। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का आवा गमन हो रहा है उसके बावजूद कोई भी अव्यवस्था देखने को नहीं मिल रही है बहुत ही सुचारु ढंग से सारी व्यवस्थाएं संपन्न की जा रही हैं, यहां लाखों की तादाद में संगत आ रही है फिर भी संत रामपाल जी महाराज के सेवादार अपनी सेवाओं में पूरी तरह से डटे रहे और अव्यवस्था को नहीं फैलने दिया। यहां श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जूता घर की व्यवस्था ,पार्किंग की व्यवस्था, जल राम की व्यवस्था, चाय बिस्किट की व्यवस्था, भोजन भंडारे की व्यवस्था, पंडाल में बैठने की व्यवस्था, सभी जगह सेवादार अपनी सेवाओं में खड़े रहे और सभी व्यवस्थाएं सुचारू ढंग से चलती रही। लाखों की संख्या में भीड़ होने के बावजूद बिना प्रशासन के सारी व्यवस्थाएं अनुशासन में चलती रही इसे देखना वास्तव में आश्चर्य चकित था। इतनी बड़ी भीड़ का जन सैलाब होने के बावजूद बिना किसी भगदड़ के सारी व्यवस्थाएं चल रही थी। सेवादारों का सेवा भाव देखते ही बनता है। इस पवित्र महा समागम का कल अंतिम दिवस है,11 मार्च को समागम का समापन होगा,सर्व धर्मप्रेमी जनता इस विहंगम दृश्य का आनंद लेने का अवसर न गवाएं,इस अदभुत कार्यक्रम में सम्मिलित होकर मानसिक सुकून का अनुभव जरूर ले।