में लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं के खाते में 1 हजार 250 रुपए की किस्त ट्रांसफर की गई है। बता दें कि सीएम मोहन यादव ने ये किस्त मंडला से जारी की है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज (16 अप्रैल) मंडला जिले के ग्राम टिकरवारा में पहुंचे हुए हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह—निकाह सम्मेलन में भाग लिया। इस कार्यक्रम में लगभग 1100 जोड़ें, जिनमें हिंदू, मुस्लिम, और बौद्ध रीति-रिवाजों के अनुसार सात फेरे ले रहे थे। मुख्यमंत्री के आगमन से पहले विवाह की रस्में जैसे हल्दी और संगीत की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थीं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज (16 अप्रैल) मंडला जिले के ग्राम टिकरवारा में पहुंचे हुए हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह—निकाह सम्मेलन में भाग लिया। इस कार्यक्रम में लगभग 1100 जोड़ें, जिनमें हिंदू, मुस्लिम, और बौद्ध रीति-रिवाजों के अनुसार सात फेरे ले रहे थे। मुख्यमंत्री के आगमन से पहले विवाह की रस्में जैसे हल्दी और संगीत की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थीं।
लाड़ली बहनों के खातों में आई खुशियां
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश की 1 करोड़ 27 लाख लाड़ली बहनों के खातों में अप्रैल माह की किस्त के रूप में कुल 1,552 करोड़ 38 लाख रुपए ट्रांसफर किए। हर लाड़ली बहना को 1,250 रुपए मिलेंगे, और अब तक इस योजना के तहत प्रदेश की बहनों को 33 हजार करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं। यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज (16 अप्रैल) मंडला जिले के ग्राम टिकरवारा में पहुंचे हुए हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आयोजित सामूहिक विवाह—निकाह सम्मेलन में भाग लिया। इस कार्यक्रम में लगभग 1100 जोड़ें, जिनमें हिंदू, मुस्लिम, और बौद्ध रीति-रिवाजों के अनुसार सात फेरे ले रहे थे। मुख्यमंत्री के आगमन से पहले विवाह की रस्में जैसे हल्दी और संगीत की प्रक्रिया शुरू हो चुकी थीं।
लाड़ली बहनों के खातों में आई खुशियां
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश की 1 करोड़ 27 लाख लाड़ली बहनों के खातों में अप्रैल माह की किस्त के रूप में कुल 1,552 करोड़ 38 लाख रुपए ट्रांसफर किए। हर लाड़ली बहना को 1,250 रुपए मिलेंगे, और अब तक इस योजना के तहत प्रदेश की बहनों को 33 हजार करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं। यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।